आज हम दो वर्ल्ड में जी रहे है एक तोः है रियल वर्ल्ड जिसमे हम हमेषा से रहते आ रहे है और दूसरा वर्चुअल वर्ल्ड है। वर्चुअल वर्ल्ड मैं फेसबुक , और अन्य सोशल मीडिया शामिल है। वर्चुअल वल्र्ड में हम एक दूसरे से जुड़ सकते है वही दूसरी और रियाल वर्ड में हम एक दूसरे के सामने बैठ कर मिल सकते है!। हमरा डेली का काम काज रियल वर्ड में ही होता है।
आज के डिजिटल युग में वर्चुअल वल्र्ड रियल वर्ल्ड पर भारी होता जा रहा है हर कोई सोशल मीडिया में बिजी हो गया ह। आजकल हम सब को सोशल मीडिया ने जकड कर रखा है। सोशल मीडिया आज कल एक नशे की तरह हो गया। डिजिटल & सोशल मीडिया के कारन आज हम रियल वर्ल्ड से दूर होते जा रहे वर्चुअल वर्ल्ड के बहुत फायदे भी है तोः दूसरी और नुक्सान भी है वर्चुअल वर्ल्ड में तेज़ी से विकाश होर रहा है जैसे मेटवरस। मेटवरसे हम्हे रियल वर्ल्ड से हम्हे रियल वर्ल्ड में उपस्ति होने का अनुभूति करवाता है। यहाँ हम इसमें ओब्जेट को टच कर सकते है। उनकी मूवमेंट के हिसाब से चल फिर सकते है। वही दूसरी और रियल वर्ल्ड में सभी चीज़े हमरे सामने होती है हम उन्हें देख भी सकते है और महसूस भी कर सकते है।
कोविद वेव के बाद वर्चुअल वर्ल्ड का उपयोग जदया बढ़ गया है। COVID के टाइम भोत ने वर्क फ्रॉम होम किया और बहुत जगह अब वर्क फ्रॉम होम चालू है। यही नहीं वर्चुअल वर्ल्ड ने जॉब्स का खजाना खोला है आज हम घर बैठे बैठे कोई बिज़नेस या जॉब्स स्टार्ट कर सकते है, जैसे की ऑनलाइन ग्राफ़िक्स डिज़ाइन , ट्रेडिंग, यूट्यूब , डिजिटल मार्केटिंग, फ्री लैंसिंग, आदि ये सब हम वर्चुअल वर्ल्ड की मदद से आराम सेकर सकते है।
आइये इसके कुछ नुक्सान एंड फायदे पर बात करते है :। वर्चुअल वर्ड ने हमारी कुछ दैनिक चीज़ो को आसान किया है , जैसे की हुम्हे कोई मैसेज भेजना है तो हम ऐसे सोशल मीडिया या ईमेल से बेज सकते है बिना किसी देरी । वही दूसरी और रियल वर्ल्ड में हम पेर्तक्ष तरीके से आमने सामने बैठ कर अपना स्वाद कर सकते है।
वर्चुअल वर्ल्ड मैं जदया रहने के कारन हमारे अंदर कॉन्फिडेंस की कमी आती है वही दूसरी और रियल वल्र्ड में मेल ज़ोल और बातचीत से हमरा कॉन्फिडेंस लेवल बहुत जदया बढ़ता है।
वर्चुअल वर्ल्ड में हम बहुत तरह के कंटेंट CONSUME करते है जिसके कारन हमारा दिमाग कभी दिमाग डाइवर्ट हो जाता है और हम कभी कभी गलत कामो में पड़ जाते है।
वर्तुळ वर्ल्ड में हम ग्लोबली वीडियो कॉल के माद्यम से एक दूसरे से बात कर सकते है रियल वर्ल्ड में ऐसा करेंगे तोः इसमें टाइम जायेगा।
वर्चुअल वर्ल्ड में िडेंडिटी जा भरोषा नहीं किया जा सकता मतलब की कोई भी आपको फेक अकाउंट बनके आपको बेवकूफ बना सकता है।
वर्चुअल वर्ल्ड में कुछ गलत चीज़े देखने को भी मिलती है जिसके कारन हम गलत िमागिंनाशन और नकारात्मक चीज़ो में जदया पड़ जाते है।
Conclusionवर्चुअल वर्ल्ड मैं दिन प्रतिदिन नए नए रेवोलुशन आ रहे है। और इसका प्रचलन भी तेज़ी से बढ़ रहा है। लेकिंग हुम्हे वर्चुअल वर्ड के साथरियल वर्ल्ड को भी नहीं भूलना चाइये। हम्हे वर्चुअल वर्ल्ड लिमटेड टाइम(सोशल मीडिया ) बिताना चाइये और अपने रियल वर्ड मैं जदया ध्यान देना चाइये। कुल मिलकर हम्हे सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट्स पे लिमटेड टाइम बिताना चाइये और अपने रियल वर्ल्ड पे ध्यान देना चाइये।